श्री दासगणु महाराज कि रचना – गुरुपठ अभंग

गुरुपाठ के भजन – हिन्दी अनुवाद अनुवादक – श्रीमती नम्रता बडगे – श्री टिआर माधवन ऊँ साईराम। मैं नम्रता बडगे और श्री टिआर माधवनजी ने मिलकर श्री दासगणु महाराज कि मुल मराठी रचना गुरुपाठ अभंग ओवियोँ को हिन्दी में अनुवाद किया है। साई भक्तों से कासकर जो मराठी भाषा जानते हैं निवेदन है कि इन…

Teachings of Sai-Baba – Shower of Ambrosia, pt2

Shirdi Sai Baba was an epitome of Unity of God, Divine Love and Brotherhood of Man. He was against all barriers of caste, creed and religion against all persecution based on caste or religious orthodoxy. In his personal spiritual practice, Sai Baba observed both the Hindu and Muslim worship procedures. that was most prevalent then….

ऊँ श्री साईनाथाय नमः।

ऊँ साई राम। दर्शन तेरा लाखों भक्तों ने है पाया । खूशबू तेरी महिमा की उदी ने है फैलाई ।। 1 भक्ति-ज्ञान रस है कैसा क्या कहूँ मैं। है ये चीज़ अलग सी जो तुमने मुझे पिलाई।। 2 लाखों भक्त आते हैं अपनी इच्छा लेकर। जो सत्तिच्छा है उसे पूर्ण किया है तूने साई।। 3…

श्री साई ज्ञानेश्वरी – भाग 3

|| श्री सदगुरू साईनाथाय नम: ।।।। ज्ञान – प्रथम: अध्याय || इस संसार में किसी के पास तेज गति से चलने के लिए गाड़ी है, तो किसी के पास रहने के लिए आलीशान मकान है। किसी के पास जाड़े की रात बिताने के लिए पर्याप्त वस्त्र नहींतो किसी को कपड़ों के अभाव में निर्वस्त्र ही…

श्री साईं ज्ञानेश्वरी : भाग 2

भाग 2 वंदना गणनायक गणराज तुम, कहते तुम्हे गणेश | प्रथम वंदना आपको, किरपा करो अशेष || (विनायक) लिखते हैं जब ग्रंथ को, करके तुमको याद | मंगल सरिता काव्य की, करती कल-कल नाद।। (विनायक) माँ! तेरे आशीष से, वीणा में झंकार | वाणी का वरदान दो, गूँजे स्वर के तार।। (शारदे) बसकर मानस में…

श्री साईं ज्ञानेश्वरी

ऊँ सद्गुरू श्री साईनाथाय नम: भूमिका ‘श्री साई ज्ञानेश्वरी’ सदगुरू साईनाथ महाराज के दिव्य ज्ञान का एक अनमोल ग्रंथ है। इसमें जीवन का व्यावहारिक ज्ञान है। यह ज्ञान समसामयिक है और आज कं युग में दुनिया के लिए अत्यन्त उपयोगी है। इस ज्ञान में वह क्षमता है जो व्यक्ति के जीवन को सार्थकता प्रदान करता…