श्री साई दासगणु गुरू चरणों में अर्पण

साईं छवि को सीने से लगा रखा हैसाईं छवि को सीने से लगा रखा हैसाईं छवि को सीने से लगा रखा हैदासगणु ने साई की असीम कृपा को पा रखा हैसाई छवि को सीने से लगा रखा है | गणु की किस्मत की लकीरों को सजाया साईं नेगणु की किस्मत की लकीरों को सजाया साईं…

श्री साई ज्ञानेश्वरी – भाग 6

।| श्री सदगुरू साईनाथाय नम: ।।।। द्वितीय: अध्याय – कर्म| | वस्तुतः दोनों का जीवन प्रारब्ध के अधीन है। प्रारब्ध के कारण चोरी करने वाला न पकड़ा जाए, स्वतंत्रतापूर्वक घूमे, परन्तु चोरी के पापकर्म का फल उसका पीछा नहीं छोड़ता, वह उसे कभी न कभी भोगना ही पड़ेगा, उसे भोगने के लिए उसे पुनर्जन्म लेने…

श्री साईं ज्ञानेश्वरी

ऊँ सद्गुरू श्री साईनाथाय नम: भूमिका ‘श्री साई ज्ञानेश्वरी’ सदगुरू साईनाथ महाराज के दिव्य ज्ञान का एक अनमोल ग्रंथ है। इसमें जीवन का व्यावहारिक ज्ञान है। यह ज्ञान समसामयिक है और आज कं युग में दुनिया के लिए अत्यन्त उपयोगी है। इस ज्ञान में वह क्षमता है जो व्यक्ति के जीवन को सार्थकता प्रदान करता…

What is the meaning of Shraddha and Saburi?

SHRADDHA It is difficult to translate Shraddha into English. The closest words which come to mind are – faith, belief, trust, or confidence in a person. When Sai-Baba advised us to have Shraddha; what He meant was to trust and believe in Baba being the boat that can help sail us across the ocean of…