साईं नाम जप सुकून मिलता है, कोई जपके देखले ।
आ जाते हैं साईं कोई बुलाके देखले ।
साईं नाम जप सुकून मिलता है, कोई जपके देखले ।
जैसे सोचा मन में गुरु को, वैसा ही पाया ।
शिर्डी सुत वापस लौटे, बैझा ने बेटा पाया ।
रोटी वो माँ बैझा खिलाये जैसे उसे खिलके देखले ।
आ जाते हैं साईं कोई बुलाके देखले ।
बस जाते हैं साईं, हो कोई नेक दिल वाला ।
कोई धन्वान कोई गरीब आज़माकर देखले ।
साईं कि लीलाएं कोई नेक बन देखले ।
आ जाते हैं साईं कोई बुलाके देखले ।
दास बन जी रहाता भीमा ने, ऐसी करी कृपा दासपन छुडाई ।
प्रिय भक्त अछुत लक्ष्मी भी, सब का अभीमान पाई ।
महाल्सा से मिले हैँ नाम कोई भक्त से पुछके देखले
आ जाते हैं साईं कोई बुलाके देखले ।
नाम की महीमा सुखा कुवाँ मे जल भी उभर आए ।
साईं की महीमा श्रद्धा सबुरी से पार उतर गये ।
साईं नाम के दीपक जल से जल्ता देखले ।
आ जाते हैं साईं कोई बुलाके देखले ।
साईं नाम जप सुकून मिलता है, कोई जपके देखले ।
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